मनी लॉन्ड्रिंग (कालेधन को सफेद बनाना) रोधी (AML) और अपना ग्राहक जानो (KYC) नीति
1. काले धन को सफ़ेद में बदलने से और ऐसी किसी भी गतिविधि को रोकना और इसके रोकथाम के लिए सक्रिय रूप से काम करना pocket-opt1on.com और इसके संबद्धों, (इसके बाद «कंपनी»), की नीति है जो काले धन को सफ़ेद में बदलना या आतंकवादी या आपराधिक गतिविधियों का वित्तपोषण आसान बनाते हैं। कंपनी के अधिकारियों, कर्मचारियों और संबद्धों को मनी लॉन्ड्रिंग के उद्देश्यों के लिए अपने उत्पादों और सेवाओं के प्रयोग को रोकने के लिए इन मानकों का पालन करने की आवश्यकता होती है।
2. नीति के उद्देश्यों के लिए, सामान्य तौर पर, मनी लॉन्ड्रिंग को आपराधिक तरीके से प्राप्त आय के मूल स्रोत को छिपाने की गतिविधियों के रूप में परिभाषित किया जाता है ताकि ताकि गैरकानूनी तरीके से प्राप्त आय वैध स्रोतों से उत्पन्न संपत्ति के समान प्रतीत हो सके या वैध संपत्ति का गठन कर सके।
3. आमतौर पर, मनी लॉन्ड्रिंग तीन चरणों में होती है। सबसे पहले «स्थानन» चरण पर पैसा वित्तीय प्रणाली में प्रवेश करता है, जहाँ आपराधिक गतिविधियों से उत्पन्न पैसे को मौद्रिक उपकरणों में बदला जाता है, जैसे मनी ऑर्डर या ट्रैवेलर्स चेक, या इसे वित्तीय संस्थानों में खातों में जमा किया जाता है। «लेयरिंग» चरण पर, पैसे को अपने आपराधिक स्रोत से और अलग करने के लिए पैओन को अन्य खातों या अन्य वित्तीय संस्थाओं में भेजा जाता है। «एकीकरण» चरण पर, पैसे को अर्थव्यवस्था में वापस लाया जाता है और वैध संपत्तियां खरीदने के लिए या अन्य आपराधिक गतिविधियां या वैध व्यवसायों के वित्तपोषण के लिए प्रयोग किया जाता है। आतंकवादी वित्तपोषण में आपराधिक संचालन की आय शामिल नहीं हो सकती है, लेकिन पैसे का स्रोत या उद्दिष्ट प्रयोग छिपाने का प्रयास किया जा सकता है, जिसे बाद में आपराधिक उद्देश्यों के लिए प्रयोग किया जायेगा।
4. कंपनी का प्रत्येक कर्मचारी, जिसका कर्तव्य कंपनी के उत्पादों और सेवाओं के प्रावधान से जुड़ा हुआ है और जो कंपनी के ग्राहकों के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से काम करता है, से अपेक्षा की जाती है कि वो लागू कानूनों और विनियमों की आवश्यकताओं को जाने जो उसके कार्य की जिम्मेदारियों को प्रभावित करते हैं, और ऐसे कर्मचारी का यह कर्तव्य होता है कि वो हर समय इस तरीके से अपनी इन जिम्मेदारियों को पूरा करे जो प्रासंगिक कानून और विनियमों की आवश्यकता का पालन करते हैं।
5. कानून और नियमों में निम्नलिखित शामिल हैं, लेकिन यह इन तक सीमित नहीं हैं: बैंकिंग पर्यवेक्षण की बेसल समिति की «बैंकों के लिए ग्राहक की उचित तत्परता» (2001) और «खाता खोलने और ग्राहक पहचान के लिए सामान्य मार्गदर्शक» (2003), FATF की मनी लॉन्ड्रिंग के लिए फोर्टी + नाइन सुझाव, यूएसए पैट्रियट एक्ट (2001),मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधि रोकथाम और दमन कानून (1996)।
6. यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस सामान्य नीति का पालन किया जाए, कंपनी के प्रबंधन ने प्रासंगिक कानून और विनियमों का पालन सुनिश्चित करने और मनी लॉन्ड्रिंग की रोकथाम के उद्देश्य के लिए एक निरंतर कार्यक्रम स्थापित किया है और इसे प्रबंधित करता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सभी व्यावसायिक इकाइयों, कार्यों, और कानूनी संस्थाओं में मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी वित्तपोषण के अनावरण के समूह के जोखिम को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए एक ठोस संरचना के भीतर पूरे समूह में विशिष्ट नियामक आवश्यकताओं का समन्वय करना है।
7. कंपनी के सभी संबद्धों के लिए AML और KYC नीति का पालन करना जरुरी है।
8. सभी पहचान दस्तावेज और सेवा रिकॉर्ड स्थानीय कानून द्वारा आवश्यक न्यूनतम अवधि के लिए रखे जाएंगे।
9. अनिवार्य नए-नियुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के हिस्से के रूप में सभी नए कर्मचारियों को मनी लॉन्ड्रिंग (कालेधन को सफेद बनाना) रोधी प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। सभी उपयुक्त कर्मचारियों के लिए वार्षिक रूप से AML और KYC प्रशिक्षण पूरा करना आवश्यक है। दैनिक AML और KYC जिम्मेदारियों के साथ सभी कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त लक्षित प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेना आवश्यक है।
10. कंपनी के पास अपने विवेकाधिकार से किसी भी समय ग्राहक से ट्रेडिंग खाता खोलते समय बताई गयी अपनी पंजीकरण जानकारी की पुष्टि करने का अनुरोध किया जा सकता है। डेटा का सत्यापन करने के लिए, कंपनी निवास के पते की पुष्टि करने के लिए ग्राहक से निम्नलिखित की नोटरीकृत प्रतियां जमा करने का अनुरोध कर सकती है: पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या राष्ट्रीय पहचान पत्र; बैंक खाते का स्टेटमेंट या उपयोगिता बिल। कुछ मामलों में कंपनी ग्राहक को पहचान पत्र अपने चेहरे के पास रखकर खींची गयी अपनी तस्वीर प्रदान करने का अनुरोध भी कर सकती है। ग्राहक पहचान के लिए विस्तृत आवश्यकताओं को कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर AML नीति वाले में निर्दिष्ट किया गया है।
11. अगर ग्राहक को कंपनी से सत्यापन करने का कोई अनुरोध नहीं मिला है तो ग्राहक के पहचान डेटा के लिए सत्यापन प्रक्रिया अनिवार्य नहीं है। उक्त निजी डेटा का सत्यापन सुनिश्चित करने के लिए ग्राहक अपनी इच्छा से अपने पासपोर्ट या अपनी पहचान साबित करने वाले अन्य दस्तावेज़ कंपनी के ग्राहक सहयोग विभाग में भेज सकता है। ग्राहक को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि बैंक ट्रांसफर के माध्यम से पैसे जमा करते समय या निकालते समय, उसे बैंक लेनदेन के निष्पादन और संसाधन के विवरणों के संबंध में नाम और पते के पूर्ण सत्यापन के लिए दस्तावेज़ प्रदान करने की जरूरत होती है।
12. अगर किसी ग्राहक का पंजीकरण डेटा (पूरा नाम, पता या फोन नंबर) बदल गया है तो ग्राहक इस डेटा को संशोधित करने का अनुरोध करने के लिए इन परिवर्तनों के बारे में कंपनी के ग्राहक सहयोग विभाग को तुरंत सूचित करने के लिए बाध्य है या ग्राहक के प्रोफाइल में किसी सहायता के बिना बदलाव करें।
12.1. ग्राहक की प्रोफाइल के पंजीकरण में निर्दिष्ट किये गए फोन नंबर को बदलने के लिए, ग्राहक को नया फोन नंबर लेने की पुष्टि करने के लिए एक दस्तावेज़ (मोबाइल फोन सेवा प्रदाता के साथ अनुबंध) और ग्राहक के चेहरे पास रखी गयी आईडी की तस्वीर प्रदान करने की जरूरत होती है। दोनों दस्तावेज़ों में ग्राहक का निजी डेटा एक समान होना चाहिए।
13. ग्राहक दस्तावेज़ों (उनकी प्रतियों) की प्रमाणिकता के लिए जिम्मेदार होता है और कंपनी के उस अधिकार को समझता है जिसके तहत दस्तावेज़ों की प्रमाणिकता की जांच करने के लिए कंपनी देश में दस्तावेज़ जारी करने वाले उचित प्राधिकरणों से संपर्क कर सकती है।